Ukraine-Russia Conflict || रूस-यूक्रेन युद्ध मे फ्रांस की एंट्री, फ्रांस ने कब्जे में लिया रूसी जहाज, क्या यह WW3 का आगाज??
यूक्रेन-रूस में चल रहे भीषण युद्ध मे अब फ्रांस, यूक्रेन के समर्थन के लिए आगे आया है। हाल में ही फ्रांस ने यूरोपियन यूनियन के द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को सीरियस लेते हुए रूस के एक कार्गो जहाज को कब्जे में ले लिया है। यह रशियन जहाज इंग्लिश चैनल में पकड़ा गया है। फ्रांस के कैलैस से चलकर यह जहाज इंग्लिश चैनल से निकल रहा था। तो यह रास्ते में इंग्लिश चैनल में फ्रांसीसी लोगों द्वारा कब्जे में कर दिया गया है।
रूसी जहाज कब्जे में लेने का यह है कारण
रूस के जहाज को कब्जे में लेने का कारण यह है कि इस जहाज में एक ऐसा व्यक्ति बैठा हुआ था जो ऑलरेडी यूरोपियन यूनियन द्वारा प्रतिबंधित है। मतलब की यूरोपियन यूनियन ने जिसके ऊपर प्रतिबंध लगाए हुए हैं। ऐसा आरोप फ्रांस के द्वारा लगाया गया है। अर्थात यूक्रेन युद्ध के अंदर जिस प्रकार के व्यक्ति को प्रतिबंधित किया गया है। उसे उस कार्गो जहाज पर देखा गया है।
आपको बता दें कि 24 तारीख को जैसे ही रूस के द्वारा यूक्रेन के ऊपर हमला प्रस्तावित किया गया। तुरंत रूस के ऊपर यूरोपियन यूनियन ने कई कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। उन्हीं प्रतिबंधों को अगर आप देखते हैं तो उनमें से आपको यहां पर एक प्रतिबंध दिखाई देता है वह है ट्रांसपोर्ट सेक्टर में प्रतिबंध।
These sanctions cover-
◆ The Financial Sector.
◆ The Energy and Transport Sector.
◆ A ban on the Export of Aircraft Spare Parts.
◆ Access to important Technology
◆ Visa Policy
रूस का अधिकांश व्यापार इंग्लिश चैनल के रास्ते और बाल्टिक रास्ते से होता है। ऐसी स्थिति में यूरोपियन यूनियन के द्वारा व्लादिमीर पुतिन की तरफ से आ रहे जहाजों को रोका जाएगा। यह कहते हुए कि इसके ऊपर वह व्यक्ति बैठे हैं। जो प्रतिबंधित हैं। तो ऐसी स्थिति में रूस का व्यापार (ट्रेड) का हताहत होना निश्चित ही रूस रीटेलिएट करेगा।
पहले फ्रांस ने सबसे पहले रूस-यूक्रेन युद्ध के विषय पर कदम उठाया है। इसके परिणाम स्वरूप रूस के द्वारा तुरंत फ्रांस के अधिकारियों को कॉल किया गया कि आपने ऐसा क्यों किया??
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